२२००-२० २.
CzMeditech 1 .
उपलब्धता : १. | |
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मात्रा: | |
उत्पाद विवरण 1 .
एक पीक गर्भाशय पंजक तालने वाली उपकरण सेट के साथ एक पीक गर्भाशय पंजक एक पीक (पोल्यीथर ईथर केटोन) गर्भाशय पेंच के साथ गर्भाशय के पंजक के प्रत्यारोपण के लिए प्रयुक्त सर्जिकल उपकरणों का संग्रह है। समुच्चये सामान्यतया रिट्रैक्टर्, फंश, ड्रिल बिट्, पेचड्राइवर इत्यादीनां साधनानां श्रेणी अन्तर्भवति, येषां उपयोगः गर्भाशयस्य मेरुदण्डस्य अभिगमनार्थं भवति तथा च पञ्जरस्य, पेचकानां च कृते कशेरुकं सज्जीकर्तुं भवति ।.. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .
तालाबन्दी पेंच उपकरण सेट के साथ पीक गर्भाशय पंजक को न्यूनतम आक्रामक सर्जिकल दृष्टिकोण को सुविधाजनक करने के लिए डिजाइन किया गया है और और व्यामोहक गर्मी की स्थिति की विभिन्न गर्विता चक्र रोग, हर्निटेड डिस्क, तथा रीढ़ी स्टेनोसिस इत्यादीनां चिकित्सायाः कृते उपयुज्यन्ते ।.. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. . पीक पञ्जर को अंतरकटेरब्रेल स्थान में सम्मिलित किया जाता है, ताकि मेरुदण्ड को स्थिर करने तथा कशेरुक के बीच फ्यूजन को बढ़ावा देता है।
यथा सर्वेषां शल्यक्रियाविधिषु, लॉकिंग-पेच-यन्त्र-समूहेन सह पीक-गर्भ-पञ्जरस्य उपयोगेन रोगिणां कृते सुरक्षितं प्रभावी च परिणामं सुनिश्चितं कर्तुं समुचितं प्रशिक्षणं विशेषज्ञता च आवश्यकी भवति
विनिर्देश 1 .
1 | २२००-२१०१ २. | प्रत्यारोपणपेटी . | 1 |
2 | २२००-२१०२ २. | सपाट प्रकार पुशर 1 . | 1 |
3 | २२००-२१०३ ९. | गेंद प्रकार धक्काकार 1 . | 1 |
4 | २२००-२१०४ २. | ब्रेस पेंच 1 . | 1 |
5 | २२००-२१०५ २. | ब्रेस पेंच 1 . | 1 |
6 | २२००-२१०६ ९. | पेंचड्राइवर स्टैण्डर 1 . | 1 |
7 | २२००-२१०७ ९. | अस्थि कलम यंत्र 10 . | 1 |
8 | २२००-२१०८ २. | त्वरित युग्मन संभाल AO . | 1 |
9 | २२००-२१०९ ९. | त्वरित युग्मन संभाल AO . | 1 |
10 | २२००-२११० २. | पन्थान 5mm . | 1 |
२२००-२१११ २. | पन्था 6mm 1 . | 1 | |
11 | २२००-२११२ २. | पन्थान 7mm . | 1 |
२२००-२११३ २. | पन्थान 8mm . | 1 | |
12 | २२००-२११४ २. | पन्थान 9mm . | 1 |
२२००-२११५ २. | पन्था 10mm . | 1 | |
13 | २२००-२११६ २. | पन्थान 11mm . | 1 |
२२००-२११७ २. | पन्था 12mm . | 1 | |
14 | २२००-२११८ २. | तारा पेंचड्राइवर त्वरित युग्मन AO . | 1 |
15 | २२००-२११९ ९. | ड्रिल बिट 12mm . | 1 |
16 | २२००-२१२० २. | ड्रिल बिट 14mm . | 1 |
17 | २२००-२१२१ २. | ड्रिल बिट 16mm . | 1 |
18 | २२००-२१२२ २. | ड्रिल बिट 18mm . | 1 |
19 | २२००-२१२३ २. | ड्रिल गाइडर 1 . | 1 |
20 | २२००-२१२४ २. | अस्थि कलम पंज 1 . | 1 |
21 | २२००-२१२५ २. | ब्रेस पेंचड्राइवर 1 . | 1 |
22 | २२००-२१२६ २. | अल्ल 1 . | 1 |
23 | २२००-२१२७ ९. | कोण पेंचड्राइवर 1 . | 1 |
24 | २२००-२१२८ २. | आस्तीन के साथ awl . | 1 |
25 | २२००-२१२९ ९. | पञ्जर धारक 1 . | 1 |
26 | २२००-२१३० २. | कोणयुक्तः अगलः २. | 1 |
27 | २२००-२१३१ २. | पेंचड्राइवर आस्तीन 1 . | 1 |
28 | २२००-२१३२ २. | मुद्गरः २. | 1 |
29 | २२००-२१३३ २. | रिट्रैक्टर 1 . | 1 |
30 | २२००-२१३४ २. | एल्युमिनियम बॉक्स 1 . | 1 |
वास्तविक चित्र .
ब्लॉग 1 .
मेरुदण्डशल्यक्रिया एकः जटिलः चुनौतीपूर्णः च क्षेत्रः अस्ति यस्य कृते सुरक्षितं प्रभावी च परिणामं सुनिश्चितं कर्तुं विशेषसाधनानाम्, तकनीकानां च आवश्यकता भवति । मेरुदण्डस्य शल्यक्रियायाः एकः महत्त्वपूर्णः पक्षः मेरुदण्डस्य संलयनस्य प्राप्तिः अस्ति, एषा प्रक्रिया, यस्मिन् ठोस, स्थिरसंरचना निर्मातुं द्वौ वा अधिकौ कशेरुकौ संयोजयितुं भवति तालाबंद-पेंच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जर-पञ्जरम् एकं हाले एव अतिरिक्त-उपकरणानाम् परिधिः अस्ति यत् गर्भाशयस्य मेरुदण्ड-संलयनस्य कृते उपलब्धानां साधनानां परिधिः अस्ति, यत् पारम्परिक-संलयन-तकनीकानां उपरि अनेकाः लाभाः प्रदाति ।.. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. . अस्मिन् लेखे गर्भाशयस्य पञ्जरस्य लाभाः सीमाः च चर्चा भविष्यति यत्र तालाबन्दी-पेच-यन्त्रैः सह ताडन-पेच-यन्त्रैः सह गर्वक-मेरुदण्ड-संलयन-प्रक्रियासु निर्धारितम् अस्ति
ताडन-पेंच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जरस्य चर्चां कर्तुं पूर्वं मेरुदण्डस्य शरीररचना-विज्ञानं अवगन्तुं अत्यावश्यकम् अस्ति मेरुदण्डः ३३ व्यक्तिगतकशेरुकेन निर्मितः भवति, प्रत्येकं अन्तरकशेरुकचक्रैः पृथक् भवति । गले स्थिते गर्भाशयस्य मेरुदण्डे C1 तः C7 यावत् लेबलयुक्ताः सप्तकशेरुकाः सन्ति । एते कशेरुकाः शिरः कृते समर्थनं प्रददति, तथैव गतिं लचीलतां च अनुमन्यन्ते । गर्भाशयस्य मेरुदण्डः विशेषतया तस्य स्थितिं गतिशीलतां च कारणेन चोटस्य दुर्बलः भवति ।
गर्भाशयस्य मेरुदण्डसंलयनं शल्यक्रियाप्रक्रिया अस्ति यत्र एकं, ठोससंरचनं निर्मातुं गर्भाशयस्य मेरुदण्डे द्वौ वा अधिकौ कशेरुकौ संयोजयितुं भवति एतत् सामान्यतया अस्थि-कलमस्य उपयोगेन क्रियते, यत् कशेरुकस्य मध्ये स्थापितं भवति तथा च नूतन-स्थि-वृद्धिं प्रोत्साहयति । अस्थि-कलमः रोगी स्वस्य शरीरात् वा दातृ-स्रोतात् वा प्राप्तुं शक्यते ।
पारम्परिक गर्भाशयीय मेरुदण्ड संलयन में एक प्लेट और पेंच के प्रयोग कशेरुक को ककशेरु को ककशेरता से ककशेरता है। प्लेट सामान्यतः धातु से बनाते हैं, और पेंच कशेरुक में प्लांट को स्थान पर धारण करने के लिए कशेरुक में सम्मिलित होते हैं। यद्यपि एषा तकनीकः प्रभावी अस्ति तथापि अस्याः काश्चन सीमाः सन्ति एव । यथा, धातु-प्लेट् परितः अस्थि-उपरि तनावं जनयितुं शक्नोति तथा च इमेजिंग-अध्ययनं बाधितुं शक्नोति ।
तालाबंद-पेंच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जरं गर्भाशय-पञ्जरं गर्भाशयस्य मेरुदण्ड-संलयनस्य कृते एकं नवीनं तकनीकं भवति यत् पारम्परिक-विधिषु अनेक-लाभान् प्रदाति पीक गर्भाशयस्य पञ्जरं PolyeTheerketone, अथवा Peek इति नामकस्य सामग्रीयाः निर्मितं भवति, यत् जैवसंगतं भवति तथा च अस्थिपर्यन्तं यांत्रिकगुणाः समानाः सन्ति पञ्जरं कशेरुकाणां मध्ये स्थापितं भवति तथा च स्पेसररूपेण कार्यं करोति, अन्तरकटाकचक्रस्य ऊर्ध्वतां निर्वाहयति तथा च नूतनास्थिवृद्धिं अनुमन्यते
पीक गर्भाशयस्य पञ्जरं आकारस्य आकारस्य च श्रेणीयां उपलभ्यते, येन रोगीनां शरीररचनाशास्त्रस्य अनुकूलनं भवति । तालाबन्दी पेंच उपकरण सेट पेंचों के सटीक प्लेसेंट की अनुमति देता है, जो पीक गर्भाशय पंस के इष्टतम निश्चय को सुनिश्चित करता है। लॉकिंग पेंच डिजाइन भी धातु प्लेट के आवश्यकता के बिना सुरक्षित निश्चय की अनुमति देता है, जो आसपास के अस्थि पर तनाव के जोखिम एवं इमेजिंग अध्ययन के साथ हस्तक्षेप की जोखिम को कम करते हैं।
तालाबद्ध पेंच उपकरण सेट के साथ पीक गर्भाशय पंजक पारंपरिक गर्भाशयी मेरुदण्ड फ्यूजन तकनीक पर कई लाभ प्रदान करता है। एतेषु अन्तर्भवति- १.
पीक-गर्भ-पञ्जरे प्रयुक्ता पीक-सामग्री जैव-सङ्गतम् अस्ति, अर्थात् शरीरे प्रतिकूल-प्रतिक्रिया न भवति । एतेन संक्रमणं प्रत्याख्यानं च इत्यादीनां जटिलतानां जोखिमः न्यूनीकरोति ।
पीक गर्भाशयस्य पञ्जरस्य धातु-प्लेटस्य उपयोगस्य आवश्यकता नास्ति, परितः अस्थि-उपरि तनावः न्यूनीकरोति तथा च सम्भाव्यतया समीपस्थ-खण्ड-रोगस्य जोखिमं न्यूनीकरोति
धातु-प्लेट्-अभावेन उत्तम-प्रतिबिम्ब-अध्ययनस्य अनुमतिं ददाति, यतः धातुः प्राप्तानां चित्राणां गुणवत्तायाः विषये बाधां जनयितुं शक्नोति ।
तालाबन्दी-पेंच-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जरं आकार-आकार-परिधिषु उपलभ्यते, येन रोगी-शरीररचना-विज्ञानस्य अनुकूलनं भवति इससे इष्टतम फिट एवं संरेखण सुनिश्चित करता है, जिसमें वशीकरण या प्रवासन जैसे जटिलताओं के जोखिम को कम करता है।
तालाबद्ध पेंच उपकरण सेट के साथ पीक गर्भाशय पंजक को पंटाई या अतिरिक्त पेंच जैसे अतिरिक्त निश्चय उपकरणों की आवश्यकता को समाप्त करके शल्यक्रिया समय कम कर सकते हैं।
यद्यपि तालाबंद-पेच-यन्त्र-समूहेन सह पीक-गर्भ-पञ्जरः अनेक-लाभान् प्रदाति, तथापि सः सीमां विना न भवति । एतेषु अन्तर्भवति- १.
तालाबंद-पेच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जर-पञ्जरं पारम्परिक-गर्भ-मेरुदण्ड-संलयन-प्रविधिभ्यः अधिकं महत्त्वपूर्णं भवति, येन केषाञ्चन रोगिणां कृते इदं न्यूनं सुलभं भवति ।.. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .
तालाबंद-पेंच-यन्त्र-समूहेन सह पीक-गर्भ-पञ्जरस्य विशेष-प्रशिक्षणं विशेषज्ञता च आवश्यकी भवति, यत् केषाञ्चन शल्यचिकित्सकानाम् अस्य स्वीकरणं सीमितं कर्तुं शक्नोति
अपेक्षाकृतं नवीनप्रविधिरूपेण, लॉकिंग-पेच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जरस्य प्रभावशीलतायाः सुरक्षायाश्च दीर्घकालीन-आँकडानां सीमित-आँकडा अस्ति
तालाबंद-पेंच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जर-पञ्जरम् एकं हाले एव अतिरिक्त-उपकरणानाम् परिधिः अस्ति यत् गर्भाशयस्य मेरुदण्ड-संलयनस्य कृते उपलब्धानां साधनानां परिधिः अस्ति, यत् पारम्परिक-संलयन-तकनीकानां उपरि अनेकाः लाभाः प्रदाति ।.. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. . एतेषु लाभेषु जैव-सङ्गतिः, परितः अस्थि-उपरि न्यूनीकृत-तनावम्, इमेजिंग-अध्ययनं, अनुकूलनं, सर्जिकल-समयः च अन्तर्भवति परन्तु, तालाबन्दी पेंच साधन सेट के साथ पीक गर्भाशय पंजरांक को सीमा के बिना नहीं है, जिसमें लागत, शिक्षण वक्र, तथा सीमित दीर्घकालिक आँकड़े सहित। समग्रतया, तालाबंस-पेच-यन्त्र-समूहेन सह पीक-गर्भ-पञ्जर-पञ्जरः गर्भाशयस्य मेरुदण्ड-संलयनस्य कृते आशाजनक-प्रविधिः अस्ति यत् अनेकाः लाभाः प्रदाति, परन्तु तस्य सीमानां सावधानीपूर्वकं विचारः आवश्यकः अस्ति
तालाबन्दी-पेच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जर-पञ्जरस्य पारम्परिक-गर्भ-भक्क-मेरुदण्ड-संलयन-प्रविधिभिः सह तुलना कथं भवति ?
पीक पेंच उपकरण सेट के साथ पीक गर्भाशय पंजक पारंपरिक गर्वीय फ्यूजन तकनीकों पर कई लाभ प्रदान करता है, जिसमें जैवसंगतता, आसपास अस्थि पर कम तनाव, सुधार इमेजिंग अध्ययन, अनुकूलन, तथा कम सर्जिकल समय सहित।
किं Pek Cervical पञ्जरं ताडन-पेंच-यन्त्रेण सह पारम्परिक-तकनीकानाम् अपेक्षया अधिकं महत्त्वपूर्णं सेट् भवति?
हाँ, लॉकिंग पेंच साधन सेट के साथ पीक गर्भाशय पंजक पारंपरिक गर्भाशयी मेरुदण्ड फ्यूजन तकनीक की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण है।
किं तालाबन्दरयन्त्रसमूहेन सह पीक गर्भाशयस्य पञ्जरस्य विशेषप्रशिक्षणस्य आवश्यकता अस्ति वा?
आम्, लॉकिंग पेंच इन्स्ट्रुमेण्ट् सेट सहितं पीक गर्भाशयस्य पञ्जरस्य विशेषप्रशिक्षणं विशेषज्ञता च आवश्यकी भवति।
पीक गर्भाशयस्य पञ्जरे किं द्रव्यं प्रयुज्यते ?
पीक गर्भाशयस्य पञ्जरं PolyeTheerketone (peek) इति नामकस्य सामग्रीयाः निर्मितं भवति ।
किं लॉकिंग पेंच इन्स्ट्रुमेण्ट् सेट् इत्यनेन सह पीक-गर्भ-पञ्जरस्य प्रभावशीलतायाः सुरक्षायाश्च दीर्घकालीन-दत्तांशः अस्ति वा ?
अपेक्षाकृतं नवीनप्रविधिरूपेण, लॉकिंग-पेच-यन्त्र-सेट्-सहितं पीक-गर्भ-पञ्जरस्य प्रभावशीलतायाः सुरक्षायाश्च दीर्घकालीन-आँकडानां सीमित-आँकडा अस्ति